स्मार्ट गोल सेटिंग के जरिए अपना लक्ष्य कैसे प्राप्त करें

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स्मार्ट गोल सेटिंग: क्या आप कभी ऐसा महसूस करते हैं कि आप कड़ी मेहनत कर रहे हैं लेकिन फिर भी सफलता आपके हाथ नहीं आ रही है, तो इस आर्टिकल में बताए गए तय लक्ष्य के अनुरुप आपको स्मार्ट गोल सेटिंग के बारे में जानना चाहिए, इससे आपको फायदा यह होगा कि स्मार्ट लक्ष्य निर्धारित करके, आप अपने विचारों को स्पष्ट कर सकते हैं. अपने प्रयासों पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं, अपने समय और संसाधनों का बेहतर ढंग से उपयोग कर सकते हैं और जीवन में जो आप चाहते हैं, उसे हासिल करने की संभावना बढ़ा सकते हैं.

स्मार्ट गोल सेटिंग

स्मार्ट गोल सेटिंग क्या है? (Smart goal setting)

शाब्दिक रूप से स्मार्ट लक्ष्य को समझने का प्रयास करें तो,

SMART यानी-

S- Specific (विशिष्ट),

M- Measurable (मापने योग्य),

A- Achievable (प्राप्त करने योग्य),

R- Relevant (प्रासंगिक) और

T- Time-bound (समयबद्ध) है.

  •  स्मार्ट गोल सेटिंग आपको ऐसे लक्ष्य लिखने की अनुमति देती है जो स्पष्ट, प्राप्त करने लायक हों, साथ ही मीनिंगफुल यानी सार्थक हो.
  •  अपने लक्ष्य निर्धारण में स्पष्टता रखने से आपको सफल होने के लिए आवश्यक प्रेरणा और फोकस प्राप्त होगा,

 

स्मार्ट लक्ष्यों का उपयोग कैसे करें आइए एक-एक करके समझते हैं

1. Specific (विसिष्ट)

आपका लक्ष्य स्पष्ट और विशिष्ट होना चाहिए, अन्यथा आप अपने प्रयासों पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाएंगे या इसे प्राप्त करने के लिए वास्तव में प्रेरित महसूस नहीं करेंगे. अपने लक्ष्य का मसौदा तैयार करते समय, इन प्रश्नों के उत्तर देने का

  • मै क्या हासिल करना चाहता है?
  • यह लक्ष्य महत्वपूर्ण क्यों है
  •  कौन इसे पूरा करने में आपकी मदद करेगा ?
  •  कौन से संसाधन या सीमाएँ शामिल हैं?

 

आइए उदाहरण से समझते हैं

कल्पना कीजिए कि आप वर्तमान में एक मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव या मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में कार्यरत है, और आप टीम हेड बनना चाहते है. इसके लिए विशिष्ट लक्ष्य हो सकता है, “मैं अपने ऑर्गेनाइजेशन के अंदर टीम लीड करने के लिए आवश्यक कौशल और अनुभव हासिल करना चाहता हूं, ताकि मैं अपना करियर बना सकू और एक सफल टीम का नेतृत्व कर सकू

जबकि वही एक स्टूडेंट के लिए यथार्थवादी लक्ष्य निर्धारण का अर्थ है कि वह तय करे कि उसका गोल क्या है. मुझे परीक्षा में अच्छे नंबर लाना है स्पष्ट लक्ष्य नहीं है. मुझे परीक्षा में 85 प्रतिशत से अधिक नंबर लाने हैं ये एक विशिष्ट और स्पष्ट लक्ष्य है या फिर मुझे किसी खास कॉलेज या कोर्स में दाखिला चाहिए

इस फॉर्मूले को आप जीवन के विभिन्न पहलुओं में इस्तेमाल कर सकते है. जैसे आपको वजन कम करने और फिट होने का लक्ष्य सेट करना है तो तय करें कि आपको कितना वज़न कम करना है. इसी प्रकार आप अपने लिए आर्थिक गोल भी सेट कर सकते हैं.

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2. Measurable (मापने योग्य)

मापने योग्य लक्ष्य रखना महत्वपूर्ण है, ताकि आप अपनी प्रगति को ट्रैक कर सके और प्रेरित रह सके, मेज़रेबल लक्ष्य होना इसलिए भी जरूरी है कि जब आप अपनी प्रगति को देख पाएंगे तो आपको उससे अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रेरणा मिलेगी. इसके लिए आप गोल सेटिंग के समय खुद से सवाल करें, कि क्या करना है और कितने वक्त में करना है?, जब यह पूरा हो जाएगा तो मुझे कैसे पत्ता बलेगा?

इसका उदाहरण-

दूसरा आपको बताता है कि कैसे आप अपने गोल को पूरा करने के लिए अपनी तरक्की का पता लगा सकते है. जैसे मार्केटिंग हेड या टीम लीडर का कौशल प्राप्त करने के लिए आपने आवश्यक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम पूरा किया और समय सीमा जैसे तीन साल या पांच साल के अंदर, प्रासंगिक अनुभव प्राप्त कर लिया इत्यादि

3. साध्य

सफल होने के लिए आपका लक्ष्य यथार्थवादी (Realistic) और प्राप्य (Attainable) होना चाहिए. स्मार्ट गोल सेटिंग के दौरान, आपको खुद से ये सवाल करने होंगे

  •  मैं इस लक्ष्य को कैसे पूरा कर सकता हूँ?
  •  वित्तीय कारकों जैसी अन्य बाधाओं के आधार पर लक्ष्य कितना रियलिस्टिक है?

 

उदाहरण

आपको अपने आप से यह पूछने की आवश्यकता हो सकती है कि क्या आपके मौजूदा अनुभव और योग्यताओं के आधार पर, मार्केटिंग प्रमुख बनने के लिए आवश्यक कौशल विकसित करना रियलिस्टिक है? उदाहरण के लिए, क्या आपके पास आवश्यक प्रशिक्षण की प्रभावी ढंग से पूरा करने का समय है? क्या आपके लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध है? क्या आप इसके लिए कोर्स का खर्च उठा सकते हैं?

4. प्रासंगिक

Relevant से हमारा अर्थ है कि हमारा गोल हमारे वातावरण, हमसे संबंधित लोग, हमारी योग्यता और हमारे जीवन के उद्देश्य से मेल खाना चाहिए, कई बार हम अपने लिए ऐसे लक्ष्य निर्धारित कर लेते हैं जिनको हासिल करने के लिए हमारे पास योग्यता, संसाधन, समय नहीं होता है और फिर उनके न पूरा होने पर हम निराश हो जाते हैं.

5. समयबद्ध

स्मार्ट लक्ष्य सेटिंग का यह हिस्सा रोजमर्रा के कार्यों को आपके दीर्घकालिक लक्ष्यों पर प्राथमिकता लेने से रोकने में मदद करता है. एक समयबद्ध लक्ष्य आमतौर पर इन सवाल को पूरा करने में आपकी मदद करेगा

  •  कब?
  •  अब से छह महीने या छह सप्ताह बाद में क्या कर सकता है?
  •  मै आज क्या कर सकता हु

 

उदाहरण

जैसा कि हमने पहले बताया,मार्केटिंग प्रमुख या टीम लीडर बनने के लिए अतिरिक्त प्रशिक्षण या अनुभव की आवश्यकता हो सकती है. इन कौशलों को हासिल करने में आपको कितना समय लगेगा?

यह आप इस उदारण से भी समझ सकते हैं कि मान लीजिए सेल्स बढ़ाना चाहते है या अपना नया घर खरीदना चाहते हैं, उसके लिए मेरी टीम सेल्स बढ़ाएगी, ये स्पष्ट लक्ष्य नहीं है, और न ही समयबद्ध है. आपको तय करना होगा कब और कितनी सेल्स बढ़ाने के लिए कौन क्या काम करेगा, जैसे साल 2024 तक हमें सेल्स को 20 से 30 प्रतिशत बढ़ाना है और इसके लिए तय टीमों को उनके निर्धारित लक्ष्य प्राप्त करने हैं। 

ऐसे ही जब घर लेने का लक्ष्य निर्धारण करें, तो समयसीमा तय करें कि आपको अगले पांच साल में अपने लिए घर लेना है तो उसके लिए कितनी राशि चाहिए, कितनी आपको बचत करनी है और कितने आय के स्रोत पैदा करने हैं

Smart Goal Setting पद्वित का इस्तेमाल किसी संस्थान में या व्यक्तिगत रूप से किसी भी महत्वपूर्ण लक्ष्य की प्राप्ति के लिए किया जा सकता है. जो आपको लक्ष्‌यो को पूरा करने के लिए प्रेरित रहने में आपकी मदद करेगा.

 

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मेरा नाम रोशन कुमार है, मुझे शुरू से ही एजुकेशन और करियर से संबंधित आर्टिकल पढ़ना और लिखना पसंद है। मै एजुकेशन और करियर से संबंधित बहुत आसान शब्दों में आर्टिकल लिखता हूं। मेरा आर्टिकल लिखने का उद्देश्य अपने पाठकों तक एजुकेशन से संबंधित जानकारी को आसान भाषा में जल्द से जल्द पहुंचना होता है। जाहिर है, जो पढाई करते है उन्हे नौकरी भी चाहिए इसलिए हम अपने पाठकों को नई भर्ती के बारे मे भी बताते है। उम्मीद करते हैं, मेरा लेखन आपको पसंद आता होगा, हमारे पेज पर आने के लिए धन्यवाद